Friday, June 19, 2020

पाकिस्तानी गोलाबारी का भी चीनी कनेक्शन, उत्तरी कश्मीर में बड़े बैट हमले की साजिश रच रहा ना'पाक पड़ोसी

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पाकिस्तानी गोलाबारी का भी चीनी कनेक्शन, उत्तरी कश्मीर में बड़े सैन्य हमले की साजिश रच रही ना’पाक पड़ोसी

पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ बढ़ते सैन्य तनाव के बीच पाकिस्तानी सेना उत्तरी कश्मीर में किसी बड़े सैन्य हमले की साजिश रच रही है। इसे देखते हुए नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सटे इलाकों में सेना ने सतर्कता बढ़ा दी है। इसी साजिश के तहत पाकिस्तानी सेना युद्ध विराम का लगातार उल्लंघन कर रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह वही क्षेत्र है जहां बीते महीने गुलाम कश्मीर में चीन के सैन्य अधिकारियों ने दौरा किया था।

गत वीरवार को भी पाकिस्तान द्वारा उत्तरी कश्मीर में मच्छल सेक्टर में भारतीय सैन्य व नागरिक ठिकानों पर गोलाबारी की गई। इससे पूर्व मंगलवार तड़के टंगदर व करनाह में, को को उड़ी और बुधवार को नौगाम सेक्टर में भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी की थी। संबंधित स्रोतों के अनुसार कि बैट्स की कंप्यूटिंग और पाकिस्तानी गोलाबारी के समय में चीनी कनेक्शन भी है। उन्होंने बताया कि बीते महीने चीनी सेना के अधिकारियों के एक दल ने गुलाम कश्मीर का दौरा किया था। यह दल वहाँ लगभग एक सप्ताह रहा था और इस दौरान यह टंगोडर, करनाह व मच्छल सेक्टर के सामने गुलाम कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में आतंकी समर्थकों और पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों में भी गया था। चीनी सैन्य अधिकारियों के इस दल ने दुदनियाल, चेलाबंडी, शारदा कैंप का भी दौरा किया था। इस दौरान पाकिस्तान ने वहां इंटरनेट सेवाओं को भी बंद रखा था। साफ है कि पाकिस्तान अब चीन के ईसारे पर आतंकी गतिवियों को तेज करने की साजिश रच रहा है।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने तंगदर व करनाह सेक्टर में मंगलवार तड़के जंगबंदी का उल्लंघन किया था। इससे पूर्व सोमवार रात को पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक संघर्ष हुआ था। इसमें 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे। सूत्रों के अनुसार 10 जून के बाद उत्तरी कश्मीर के सामने गुलाम कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों में अचानक तेजी आई है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने अल-बदर और जैश के आतंकवादियों को अपने विशेष कमांडो दस्ते (एसएसजी) के प्रहार टर्मिनों में शामिल किया है।

चीन का सैन्य दल कर चुका है आतंकी कैंपों का दौरा: खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि पाकिस्तानी सेना मच्छल, टंगर, गोह और नौगाम सेक्टर में भारतीय सैन्य ठिकानों पर बैट हमले की साजिश रच रही है। ये एप्स केसों की विशेष ट्रेनिंग मई महीने से ही चल रही थी। विशेषकर तब जब चीनी दल गुलाम कश्मीर गया था। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने कई बार बैट हमले का प्रयास किया और एक बार कुमाऊं रेनिमेंट के दो जवान शहीद हुए। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना द्वारा राची जा रही माल को नाकाम बनाने के लिए प्रयोजनों क्षेत्रों में विशेष चौकसी बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि कानूनी प्रशासन लगातार उत्तरी कश्मीर की स्थिति की निगरानी कर रहा है।

आतंकियों के विशेष कमांडो को अपने टर्मिनों में शामिल किया: पाकिस्तानी सेना किसी भी तरह से लद्दाख के हालात का अनुचित लाभ न उठा पाए, इसके लिए एलओसी पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। सभी प्रयोजनों के क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों को पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का मुंह तोड़ जवाब देने के लिए कहा गया है। घुसपैठ रोधी तंत्र की लगातार समीक्षा की जा रही है। नाकों पर तैनात जवानों की लगातार ब्रीफिंग की जा रही है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआई आतंकी संगठनों के साथ मिलकर कश्मीर में वारदातें तेज करने की इनपुट रच रहे हैं। आइबी और एलओसी में मोर्चाे पर रेंजर्स व पाक सेना ने आतंकवादियों को साथ शरण दे रखा है ताकि मौका मिलते ही उनकी भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवा सकें।

क्या है बैट दस्ता

पाकिस्तानी सेना की बार्डर एक्शन टीम (बैट) में उसके खासेंडर और आतंकी भी शामिल रहते हैं। यह लगातार हमला करते हैं और फिर वापस भाग जाते हैं।
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